Sonu Sood Birthday: 5 हजार रुपये लेकर मुंबई आए सोनू सूद, जानिए कैसे बनें मसीहा ?
Entertainment Desk | ANN NEWS
Sonu Sood Birthday: फिल्म देखकर तो कोई भी थोड़ी देर के लिए एक्टर-एक्ट्रेस का दीवाना हो सकता है, लेकिन अगर आप किसी की जिंदगी बदल दें तो वह जीवन भर के लिए आपका मुरीद हो जाता है. ऐसे ही एक बॉलीवुड के जाने माने एक्टर है सोनू सूद, जो लाखों लोगो के दिलों पर राज करते हैं. न केवल एक्टिंग के दम पर बल्कि अपने दयालु व्यवहार की वजह से भी सोनू सूद ने अपनी एक अलग पेहचान बनायीं है.उसके बाद वो लोगों के लिए मसीहा बन गए।
कोरोना काल में सोनू सूद जिस तरह से लोगों की मदद के लिए बढ़ चढ़कर आगे आए, उसके बाद उन्हें कोरोना काल का मसीहा बुलाया जाने लगा। किसी की भी कैसी भी समस्या रही हो, सोनू सूद तक बात पहुंची तो उन्होंने उस समस्या को दूर किया। कोविड काल के बाद सोनू सूद की एक तगड़ी फैन फॉलोइंग बन गए हैं। आज (30 जुलाई) सोनू सूद (Sonu Sood Birthday) का जन्मदिन है.
सोनू की दरियादिली की खूब चर्चा होती है, हम सबके मन में ये सवाल भी उठता है कि आखिर एक्टर को क्या सूझी कि लोगों की मदद करने उतर पड़े. चलिए इसकी वजह जानने की कोशिश करते हैं.
सोनू की दरियादिली का सिलसिला
सोनू की इसी दरियादिली का नतीजा है कि कई लोग उन्हें देश के प्रधानमंत्री के रुप में भी देखने की ख्वाहिश जाहिर कर चुके हैं.ये सिलसिला कोरोना महामारी के पहले दौर से शुरू हुआ. जिस तरह प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने की मदद करने के लिए आगे आए. फिर तो दूसरे दौर तक आते-आते लोगों को सोनू एक मसीहा लगने लगे. कोरोना वायरस के दूसरे फेज की मुश्किल भरे दिनों में जब लोगों को दवा और ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल रहे थे, तो एक्टर दवा और ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम किया.
सोनू के मदद करने की वजह
सोनू ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि ‘जब मैंने अपने परिवार के साथ लोगों को खास तौर पर प्रवासी मजदूरों को भटकते देखा तो मुझे बहुत पीड़ा हुई. मैंने सोचा कि इनके लिए कुछ करना चाहिए, क्योंकि जिन घरों में हम रहते हैं, जिन सड़कों पर चलते हैं, जिस स्टूडियो में हम काम करते हैं,वह सब तो इन मजदूरों ने ही बनाए हैं. बसे इसी सोच ने मुझे मदद करने की हिम्मत और ताकत दी’.