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गुरु हरकिशन साहिब प्रकाश पूरब: जानिए सिखों के 8वें गुरु कैसे बने साहिब

- July 22, 2022

गुरु हरकिशन साहिब प्रकाश पूरब: जानिए सिखों के 8वें गुरु कैसे बने साहिब

Devotional Desk | Ann News

गुरु हरकिशन साहिब सिखों के 8वें गुरु थे, उनका जन्म बिक्रम सम्वत 1713 (7 जुलाई 1656) को कीरतपुर साहिब में हुआ। वे गुरु हर राय साहिब जी और माता किशन कौर के दूसरे पुत्र थे। राम राय जी गुरु हरकिशन के बड़े भाई थे। 8 साल की छोटी सी आयु में गुरु हरकिशन साहिब को गुरुपद प्रदान किया गया था, इस बात से ही नाराज होकर राम राय ने औरंगजेब से इस बात की शिकायत की थी। राम राय का व्यवहार अच्छा नहीं था, जिसके कारण उन्हें घर से बाहर कर दिया गया था, इसी बात से वो अपने छोटे भाई हरकिशन से नाराज रहते थे।

गुरु साहब खुद भी बीमारी की चपेट में आ गए

जनभावना एवं परिस्थितियों को देखते हुए औरंगजेब भी उन्हें नहीं छेड़ सका। दिन रात महामारी से ग्रस्त लोगों की सेवा करते करते गुरु साहब खुद भी बीमारी की चपेट में आ गए लेकिन जब उनकी हालत कुछ ज्यादा ही गंभीर हो गयी तो उन्होंने अपनी माता को अपने पास बुलाया और कहा कि उनका अंत अब निकट है। जब लोगों ने कहा कि अब गुरु गद्दी पर कौन बैठेगा तो उन्हें अपने उत्तराधिकारी के लिए केवल ‘बाबा- बकाला’ का नाम लिया, जिसका अर्थ था कि उनका उत्तराधिकारी बकाला गांव में ढूंढा जाए। जो आगे चलकर गुरू तेजबहादुर सिंह के रूप में सही साबित हुआ, जिनका जन्म बकाला में हुआ था।