Farmani Naaz Controversy: कैसे ‘हर हर शंभू’ गाने वाली फरमानी नाज ने चिढ़ने वाले मौलानाओं को दिया तगड़ा जवाब
Entertainment Desk | ANN NEWS
उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर की रहने वाली और इंडियन आइडियल फेम फरमानी नाज शिव भक्ति गीत को लेकर विवादों के घेरे में हैं। फरमानी नाज ने मीडिया के सामने कहा कि कलाकार का कोई धर्म नहीं होता है। वह कव्वाली गाती हैं, तो भक्ति गीत भी पसंद करती हैं। कहना है कि कट्टरपंथियों के साथ उलमा के खफा होने को वह तव्वजों नहीं देती हैं। फरमानी ने अपनी सफलता की कहानी बताते हुए कहा कि उन्हें निजी जीवन में भी बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ रहा था।मगर फरमानी ने हमेशा चुनौतियों का डटकर सामना किया. यही वजह है फरमानी फैंस की फेवरेट हैं. वे दिनों दिन तरक्की करती जा रही हैं. उनका 1 करोड़ में बना उनका 1 करोड़ में बना स्टूडियो उनकी सफलता की गवाही देता है. स्टूडियो को बनाने में 1 करोड़ रुपये खर्च हुए इसका दावा खुद फरमानी ने किया है.
कलाकार किसी जाति और धर्म का नहीं होता है
‘हर हर शंभू’ गाने की गायिका फरमानी नाज को मुस्लिम उलेमाओं के द्वारा फतवा जारी करने के मामले पर ओम प्रकाश राजभर ने बड़ा बयान दिया है. ओपी राजभर ने कहा है कि कलाकार किसी जाति और धर्म का नहीं होता है. ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि कोई भी फिल्म बनती है तो उसमें सभी जाति और धर्म के लोग होते हैं. फिल्म शोले का नाम लिया जाए तो उसमें भी सभी जातियों धर्म के लोग हैं. उसे क्यों लोग देखते हैं उनके पात्रों को क्यों नहीं विरोध करते हैं. ऐसे कोई जीव है जो सिर्फ विरोध का नाम लेकर ही जिंदा है.
आर्टिस्ट का कोई धर्म नहीं होता
इस मामले में सिंगर फरमानी नाज ने कहा कि आर्टिस्ट का कोई धर्म नहीं होता. जब मैं गाना गाती हूं तो इन सब बातों पर ध्यान नहीं देती. सिंगर ने आगे कहा, ‘यहां तक कि मोहम्मद रफी और मास्टर सलीम ने भी भक्ति गीत गाए हैं. मुझे कभी कोई धमकी नहीं मिली है. अब थोड़ा विवाद हो गया है. हमें पता चला लेकिन हमारे घर कोई कुछ भी कहने नहीं आया है.” बता दें कि ये गाना यूट्यूब पर खूब वायरल हो रहा है.